किसी भी व्यक्ति का हमे चित्तलक्षी दृष्टि से उपयोग करना नहीं या करने देना नहीं । किसी से प्रभावित होना नही अथवा करना भी नहीं । यह समझ जागते होंगे तो आएगी औऱ जीवन में स्थिरता भी साथ में आएगी ।
किसी भी व्यक्ति का हमे चित्तलक्षी दृष्टि से उपयोग करना नहीं या करने देना नहीं । किसी से प्रभावित होना नही अथवा करना भी नहीं । यह समझ जागते होंगे तो आएगी औऱ जीवन में स्थिरता भी साथ में आएगी ।